15 September, 2015

सोने की खोज

Hello friends...

अपने जवानी के दिनो मे, एन्ड्रु कार्नेगी अमेरिका पहोचे और उन्होने छोटे मोटे काम करना शुरु कीया ।
और आखिर मे वो युनाईटेड स्टेट्स के बडे स्टील उत्पादको मे से एक उत्पादक के तौर पर विख्यात हुए । एक वक्त पर उनके पास 43 लखपति थे जो उनके लिए काम करते थे , तब दश लाख डोलर ज्यादा पैसे हुआ करते थे ।

एक बार किसी ने श्रीमान कार्नेगी से पुछा,

"आपने इन सब लोगो के साथ कैसे deal की?"

श्रीमान कार्नेगी ने कहा, " लोगो के साथ deal करना सोने की खदान मे से सोना निकालने के समान है । आपको एक औंश सोना निकालने से पहले बहोत सारी मात्रा मे मिट्टी निकालनी पडेगी । पर खुदान की खुदाइ करते वक्त आपको यह ध्यान मे रखना है की आप सोना ढुंढ रहे है, मिट्टी नही । "

अपने इस उत्तर से श्रीमान कार्नेगी यह बताना चाहते है हर एक ईन्सान के अन्दर अच्छे और बुरे दोनो गुण होते है, अगर उनके अच्छे गुणो के लिए उन्हे सराहा जाए और उनके बुरे गुणो को नजरअंदाज कर के सुधारा जाए तो वो एक बहेतरीन ईन्सान बन सकता है ।

और इसी तरह हमे अपने आप के अंदर भी अच्छे गुणो को ज्यादा से ज्यादा बढाना चाहीए और बुरे गुणो को सुधारना चाहीए ।


(Hindi translation of inspirational story "looking for gold")

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